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Sunday, September 14, 2008

जिंदगी जी लो -----


खुशियाँ बाटो गम को पी लो
इसी घड़ी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
कहाँ जाओगे ,किधर भागोगे
ठोकरे खाओगे , दुख पाओगे
जमाना कुछ अजीब है
नजरिया बदल लो
इसी घरी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
चलो रास्ते पर
ठोकरों की ना करो परवाह
रोते हुए को पल भर
हंसा कर तो देख लो
इसी घड़ी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
प्यार की दो बूंद
मिली या ना मिली
जो कुछ भी मिला
सहेज कर रख लो
इसी घड़ी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
घड़ी की सुइयां
कुछ कह रही है हर पल
इस पल को जी लो
अपनी जेब में रख लो
इसी घड़ी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
देखो तो बचपन
प्यार से बुलाता है
होठों पर प्यारी
मुस्कान लिए आता है
उस बचपन को अपनी
बाँहों में भर लो
छोटी सी है जिंदगी
जी भर के जी लो !!
---------------राधा ----------

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